प्रेम में पूरा शहर एक छत बन जाता है प्रेम में पूरा शहर एक छत बन जाता है
मत उड़ा तू कभी भी मज़ाक किसी का कभी कभी कुत्ता भी शेर बन जाता है। मत उड़ा तू कभी भी मज़ाक किसी का कभी कभी कुत्ता भी शेर बन जाता है।
चले बसंती हवा सनन सनन देखो पक्षी है मस्ती मे मगन, चले बसंती हवा सनन सनन देखो पक्षी है मस्ती मे मगन,
कभी मानव-नरसंहारों के लिए विख्यात जहानाबाद पर लिखी एक आत्मपरक कविता। कभी मानव-नरसंहारों के लिए विख्यात जहानाबाद पर लिखी एक आत्मपरक कविता।
हत्या,हत्या ,हत्या आए दिन खबरें ये छपतीं कहीं कोई मरा, किसी ने किसी को दिया दगा, इत हत्या,हत्या ,हत्या आए दिन खबरें ये छपतीं कहीं कोई मरा, किसी ने किसी को ...